MP NEWS : भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए नेचर कैम्प का आयोजन

MP NEWS : MP update l MP ki news l MP Govt l MP CM l Mohan Yadav l Bhopal news l MP Tourism l Environment conservation news l Madhya Pradesh news l पर्यावरण के प्रति स्कूली बच्चों को संवेदनशील बनाने के लिए MPETDB की अनूठी पहल–मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड (MPETDB) के सहयोग से भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में भोपाल शहर एवं उसके आस-पास स्थित गांवों के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों हेतु एक दिवसीय पक्षी अवलोकन एवं नेचर कैम्प आयोजित किए जा रहे हैं।

इसके माध्यम से छात्रों को वन, वन्य-प्राणियों एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक करने तथा प्रकृति संरक्षण के प्रति उन्हें संवेदनशील बनाने में मदद मिलेगी l इसी कार्यक्रम के अंतर्गत 27 अगस्त को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मिसरोद (भोपाल) के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने उक्त पक्षी अवलोकन एवं नेचर कैम्प में भाग लिया।

रोचक गतिविधियों का भी किया गया आयोजन

कार्यक्रम के अधीन विभिन्न तकनीकि विषयों पर जानकारी देने के लिए डॉ. एस.आर. वाघमारे एवं प्रसिद्ध पक्षिविद मो. खालिक उपस्थित थे। उपरोक्त विषय-विशेषज्ञों द्वारा छात्र छात्राओं को पक्षी-दर्शन, तितली, वन्य-प्राणी आदि पर विद्यमान वानिकी गतिविधियों की जानकारी देने के साथ साथ पर्यावरण, वन तथा वन्य प्राणियों से संबंधित अनेक रोचक गतिविधियां कराने के साथ ही जैव विविधता एवं उसके संरक्षण के बारे में विभिन्न जानकारियां प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को भी शांत किया गया।

छात्र छात्राओं ने ली पर्यावरण संरक्षण की शपथ

नेचर कैम्प में बाघ, तेंदुआ, भालू, सांप, हिरण, घड़ियाल, चीतल, सांभर, नीलगाय आदि वन्य-प्राणियों का भी अवलोकन किया। इस कार्यक्रम के अवसर पर छात्र छात्राओं द्वारा मिशन लाइफ के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी ली गई।

मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान से आई एक दुखद खबर

ए.पी.सी.सी.एफ. एंड डायरेक्टर प्रोजेक्ट लॉयन (Project Lion) ने बताया कि 27 अगस्त को सुबह 10.30 बजे के आसपास नामीबिया से लाया गया नर चीता पवन नाले के किनारे झाड़ियों में बिना हरकत के पड़ा पाया गया। चिकित्सकों के द्वारा प्राथमिक परीक्षण में पाया गया कि शरीर पर किसी प्रकार की बाहरी चोट नहीं थी, शरीर का अगला भाग काफ़ी समय तक पानी के अंदर रहने के कारण डूबने से मौत हुई है। पवन की मौत के बाद प्रदेश के विश्वप्रसिद्ध कूनो अभयारण्य में 12 नर चीते और 12 बच्चे शेष और स्वस्थ बचे हैं।

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